हमारी एकता ही हमारी ताकत है।
जन्म मिला भारत में , यह हम सब की शान है ।
शांति, सद्भाव और भाईचारा , यही हमारी पहचान है ।
गांधी, भगतसिंह के संघर्षों का यह आजाद भारत, उन क्रांतिकारियों की विरासत है।
अब तो हम सब जान जाए , हमारी एकता ही हमारी ताकत है।
क्यूं भूला दिया हम सबने ,
आखिर क्यूं भूला दिया हैं हम सबने ,
सुभाष चंद्र की कुर्बानी को ।
आखिर क्यूं भूला दिया हम सबने ,
उन वीर जवानों को ।
यही सोच तो वह परवाने फांसी पर चढ़ गए,
देश पर मर मिटने वाले देश के लिए मर गए ,
कितने ही घरों के कुलदीपक बुझ गए ,
यह सोच कि आजाद भारत का सपना साकार होगा ।
जहां हर कोई आजाद और एकता का विस्तार होगा ।
तोड़ अनेकताओं की जंजीरें , जब हम सब एक हो जाएंगे।
सब भेदभावों को भूलाकर , जब हम सब एक हो जाएंगे।
चहुं दिशा गूंज उठेंगी, वेग ऐसा आएगा।
हमारी भारत माता की तरफ, कोई आंख भी न उठा पाएगा ।
गुलामियों का युग गया , अब नया स्वर्ण युग आएगा।
भारत फिर अखण्ड होगा, विश्वगुरु बन जाएगा।
आइए हम सब वचन दे , उन वीर जवानों को ,
जिन्होंने वतन के खातिर सब कुछ त्याग दिया ।
वचन हमारा उन शूरवीरों को , देश को मजबूत करेंगे।
फिर बांट न सके कोई हमें, एकता के
साथ एकजुट रहेंगे ।