प्रिये!आज मैं सबसे ज्यादा तुम्हें मिस कर रहा हूं बहुत मिस कर रहा हूं !
बहुत……
हर ख्याल हर ख्वाब में सिर्फ तू नजर आ रही हो ,
जैसे लग रहा है खोयी-खोयी सी है यहां की फिजाएं..
यह तस्वीर भेज रहा हूं ..
इसे ध्यान से देखना और दिल से महसूस करना ;
इस तरह तस्वीर में मुझे एक छोटी -सी प्यारी -सी बच्ची के रूप में तुम ..
और एक प्यारा- सा पिता के रुप में मैं खुद को महसूस कर रहा हूं.।
इस तस्वीर को देखने के बाद मुझे वैसे ही अनुभूति हो रही है जैसे कि एक छोटी नटखट- शरारती बच्ची अपने पिता की गोद में खिलती- मुस्काती हुई रहती है..।
और पिता भी समानुभूति के भाव से उसे गले लगाए प्रेम कर रहा होता है .।
सच में प्रेम में व्यक्ति हर रिश्ते निभा सकता है और न सिर्फ सकता है !
बल्कि निभाता है और उसकी प्रत्यक्ष अनुभूति मुझे इस तस्वीर को देखकर महसूस हो रही है..।
By: Brijlala Rohan
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