क्वारंटाईन – ये शहर कैसा लगता है

हर्ष करोतिया

6
816
Rate this post

जब हर कोई मुंह ढ़क कर चलेगा,
तब देखेंगे यह शहर कैसा लगेगा,
जब हर कोई एक दूसरे से डरेगा , अब सिर्फ़ सैनिक ही नही
हर खास्ता इंसान भीड़ से मरेगा,
हद्द तब होगी जब डराने वाला भी डरेगा,
अगर ज़िंदा रहे तब देखेंगे यह शहर कैसा लगता है,
शायद याद आएगी खूबसूरत काश्मीर की ,
जिसके खूबसूरती कश्मिरी कम ही देख पाता है,
सोचेंगे वो कैसे दिन घर बैठे बिताता है
क्या ताश के पत्तों , रोज़ नया खाना और आइसोलेशन को वो भी जानता है?
तब शायद सीख लें हम अपने शहर को धर्म ,
गुस्से और नफ़रत की जगह
उम्मीद, मोहब्बत और इन्सानियत की नज़रों से देखना।
और तब हम देखेंगे ये शहर कैसा लगता है!!!!
-हर्ष करोतिया

Participate in Creative writing Contest & International Essay Contest and win fabulous prizes.

Previous articleबेटा हुआ बात दी मिठाई
Next articleशहीद की अभिलाषा है
Avatar
''मन ओ मौसुमी', यह हमारे जीवन को बेहतर बनाने के लिए, भावनाओं को व्यक्त करने और अनुभव करने का एक मंच है। जहाँ तक यह, अन्य भावनाओं को नुकसान नहीं पहुँचा रहा है, इस मंच में योगदान देने के लिए सभी का स्वागत है। आइए "शब्द" साझा करके दुनिया को रहने के लिए बेहतर स्थान बनाएं।हम उन सभी का स्वागत करते हैं जो लिखना, पढ़ना पसंद करते हैं। हमें सम्पर्क करें monomousumi@gmail.com या कॉल / व्हाट्सएप करे 9869807603 पे

6 COMMENTS

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here