तुम प्रेरणा हो मेरी
तुम प्रेरणा हो मेरी, तुम साधना हो मेरी,
सामने हो मगर तुम कल्पना हो मेरी,
तुम प्रेरणा हो मेरी।
तुम आराधना हो मेरी, तुम कामना हो मेरी,
तुम सौन्दर्य की पराकाष्ठा,
तुम्हीं मेरे जीवन की परिभाषा,
तुम मुस्कान हो चेहरे की मेरी,
सामने हो मगर तुम कल्पना हो मेरी,
तुम प्रेरणा हो मेरी।
तुम सूर्य से भी अधिक पुरातन,
तुम किसी वृक्ष पर खिली कली से भी अधिक नवीन,
तुम दुनिया हो मेरी, तुम याचना हो मेरी,
तुम लक्ष्य हो मेरी,
सामने हो मगर तुम कल्पना हो मेरी,
तुम प्रेरणा हो मेरी।
By: Vishal Singh
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