एक जमाना था जब लोग पहले आप पहले आप किया करते थे। अब जमाना बदल गया है कहीं भी जाओगे तो आपको आप के जगह ऐप सुनाई पड़ेगा। ऐप का मतलब होता है मोबाइल ऐप जो मोबाइल एप्लीकेशन का संक्षिप्त रुप है। आपको बैंक में काम हो या रेलवे में काम हो या किसी भी तरह का काम हो सभी लोगो ने डिजिटल की दुनिया में प्रवेश कर लिया है। आप अपने सारे काम उंगली के इशारों पर कर सके इसीलिए मोबाइल ऐप का इस्तेमाल करने को कहा जाता है। जैसे एक सूरज और हजारों तारे होते है वैसे ही एक मोबाइल और उसमे हजारों ऐप होते है, जी हाँ सुबह सुबह तंदुरस्ती के लिए ऐप, समाचार सुनना हो या अखबार देखना हो तो उसके ऐप, खान-पान का ऐप, आने जाने का ऐप, रहने का ऐप, सोने का ऐप, दिन में कितने कदम चले उसका ऐप, बस, रेल, हवाई जहाज़ सभी के टिकट करने का ऐप, सामान खरीदने का ऐप, लो करो लो बात सामान बेचने का भी ऐप है। हम सभी ऐप की बातें नहीं कर सकते है क्योंकि इनकी संख्या लाखों में है। सभी ऐप में से एक ऐप है “एम-इंडिकेटर ” जिसका उपयोग हम अपने रोजिंदा में जीवन करते है।
इस ऐप की सुविधाओं को थोड़ा विस्तार से जानते है।
प्रवास:
ऐसा कहा जाता है मुंबई एक ऐसा शहर है जो कभी सोता नहीं, २४ घंटे चहल पहल रहती है। मुंबई में अगर आप किसी एक जगह ४-५ साल बाद जाओ तो ऐसे लगता है जैसे आप १०-१५ साल बाद आए हो इतने तेजी से बदलाव होते है और यह ज़रुरी भी है। बढ़ती जन-संख्या के अनुसार नए रास्ते, नए मकान और नए रेलवे स्थानक यह सब मुंबई में आम बात है। ऐसी स्थिति में अगर अनजान जगह प्रवास करना हो तो थोड़ा मुश्किल हो जाता है। इसी मुश्किल को थोड़ा कम करने के लिए एम इंडिकेटर को बनाया गया है जिसके द्वारा आप पता कर सकते हो की किसी एक जगह से दूसरी जगह जाने के कितने विकल्प है जैसे बस, रिक्शा, ट्रेन या फेरी का प्रवास हो सभी जानकारी इस ऐप के द्वारा मिल जाती है।
कई बार ऐसा होता है की बस स्टॉप पर खड़ा व्यक्ति जिसे कहाँ जाना वो पता होता है पर कोनसी बस उस जगह जाएगी यह पता नहीं होता अगर बस का पता चल गया तो कब उतरना है कहा उतरना है उसकी चिंता अलग रहती है। इस ऐप के द्वारा यह जान सकते है कोनसी बस कहा से कहा जाएगी और कितने स्टॉप होंगे। अगर किसी जगह कोई बस नहीं जाती है तो आगे दूसरी कोनसी बस कहाँ बदलना हे यह भी बताया जाता है। बस में एक स्टॉप आगे या पीछे उतर जाओ तो दिक्कत नहीं आप थोड़ा चलकर भी जा सकते है। पर ट्रेन में एक स्थानक आगे या पीछे उतरे तो बड़ी दिक्कत हो जाती है। क्योंकि आपका टिकट उस स्थानक तक का नहीं होता है और उतरने के बाद फिर प्लेटफॉर्म बदलकर दूसरी ट्रेन पकड़कर आना पड़ता है। मुंबई ट्रेन का प्रवास बहुत ही कठिन है इसलिए शायद सभी ट्रेन टिकट पर लिखा होता है “शुभ यात्रा”.
मुंबई में करीब ३ मुख्य उपनगरीय रेल हे। जिसमे पश्चिम, मध्य और हार्बर ऐसे तीन प्रकार है। रेल यात्रा को थोड़ा सरल और आसान करना हो तो एम-इंडिकेटर का उपयोग बहुत ज़रुरी है। नहीं तो आपका ट्रेन का सफर कम और सफर (suffer) ज्यादा करेंगे। ट्रेन में चढ़ना उतरना तो मुश्किल हे ही इसके अलावा कई बार तो इतनी भीड़ होती है प्लेटफॉर्म पर भी खड़ा रहना मुश्किल हो जाता है और ऐसे में अगर आपको एक प्लेटफॉर्म से दूसरे प्लेटफॉर्म पर जाना हो तो एक ग्रह से दूसरे ग्रह पर जाना जितना मुश्किल हो जाता है। अब आप सोच रहे है एम-इंडिकेटर का उपयोग करने से क्या भीड़ कम हो जाएगी ? जी नहीं भीड़ कम नहीं होगी पर आप एम-इंडिकेटर के मदद से भीड़ से दूर रहकर प्रवास कर सकते है । एम-इंडिकेटर हमें जैसे बस की जानकारी देता है वैसे ही ट्रेन की जानकारी भी देता है की एक स्थानक से दूसरे स्थानक तक कोनसी ट्रेन कब और कैसे जाएगी। कोनसी ट्रेन जलद है कोनसी ट्रेन धीमी है। यहाँ तक की कोनसे प्लेटफॉर्म पर कोनसी ट्रेन आएगी यह भी एम-इंडिकेटर के द्वारा पता चल सकता है। समय बचाकर प्रवास करना हो तो ट्रेन के अलावा और कोई विकल्प नहीं जिसके कारण ट्रेन में भीड़ हो जाती है। सड़कों पर घंटो तक ट्रैफिक में फंसे रहने से ट्रेन में थोड़ा धक्का और परेशानी सहना लोग पसंद करते है।
यह हो गई लोकल की बातें एम-इंडिकेटर के द्वारा आप यह भी जान सकते है की एक्सप्रेस ट्रेन कोनसे स्थानक से कोनसे स्थानक जाती हे, स्थानक के साथ साथ टिकट उपलब्ध है या नहीं, टिकट उपलब्ध है तो उसका किराये भी जान सकते है। इसके अलावा मोनो रेल, मेट्रो रेल इन सभी ट्रेन की जानकारी भी इसी ऐप में आसानी से मिल जाती है।
कई बार हम कोई एक ऐप डाउनलोड तो कर लेते है पर जब इस्तेमाल करना हो तो उसके विकल्प में बहुत दुविधा हो जाती है खास कर पैसे की लेन देन की बात हो, डर लगा रहता हे कही बिना वजह कोई चार्ज न लग जाए। ऐसे में कई बार ऐसा लगता है अब किससे बात करें, ग्राहक सेवा में बात हो जाए फिर भी संदेह रहता ही है। ऐसी परेशानी को दूर करने के लिए एम-इंडिकेटर ने एक बढ़िया और महत्वपूर्ण सुविधा इसमें जोड़ दी है उसका नाम है “ट्रेन चेट”। जिसके द्वारा आप अपना मुंबई रेल से जुड़ा हुआ कोई भी प्रवास का सवाल पूछ सकते है। जिसका जवाब आपको तुरंत ही मिल जाता है और यह जवाब देने वाले और कोई नहीं पर रोज़ाना प्रवास करने वाले लोग ही होते है जो आपका काम आसान कर देते है।
जब हम रिक्शा या टैक्सी का सफर करते है तो सबसे बड़ी चिंता होती है किराया कितना होगा। हमेशा यहीं सवाल मन में आता है कही रिक्शा/टैक्सी चालक ने मुझसे ज्यादा किराया तो नहीं ले लिया ? एम-इंडिकेटर के मदद से यह परेशानी भी दूर हो गई है, जी हाँ अब एम-इंडिकेटर में एक विकल्प है ओटो और दूसरा विकल्प है टैक्सी जिसमे आप एक जगह से दूसरी जगह जाने का किराया पता कर सकते है। दिन मे कितना किराया रात में कितना वो भी उसमे बताया गया है।
अन्यसुविधाएँ :
१.आपातकालीननंबर:
आए दिन व्हाट्सप्प या फेसबुक पर आपातकालीन स्थिति में क्या करना चाहिए क्या नहीं करना चाहिए के संदेश आते रहते है पर जब जरुरत पड़ती हे तब वही संदेश ढूंढने पर भी नहीं मिलता। मोबाइल में सेव किये हुये नंबर भी कई बार डिलीट हो जाते है। यह सब परेशानी को ध्यान में रखते हुये एम-इंडिकेटर ने आपातकालीन स्थिति में आने वाले सभी नंबर की जानकारी यहाँ दी गयी है। रेलवे ,बस किसी भी प्रकार की दुर्घटना, चिकित्सा, ब्लड बैंक, बच्चों के लिए मदद, एयर लाइन, अग्नि शामक, बिजली विभाग, क्रेन सुविधा, सड़क की पूछताछ, पर्यटक पूछताछ, और तो और चिकित्सा से जुड़े हुये नुस्खे भी यहाँ पर दिए गए है।
२.जुर्माना (ट्रैफिकऔररेलनियमका):
जिस दिन हमारे पास गाड़ी के पूरे कागजपत्र होंगे उस दिन कोई ट्रैफिक पोलिस हमें रोकेगा भी नहीं और कोई पूछ-ताछ भी नहीं होगी। बस और रेल का टिकट या पास हमारे जेब में होगा तब कोई टिकट मास्टर पूरे प्रवास में कही दिखाई नहीं देता। पर जिस दिन कागजपत्र न हो, बस या रेल का पास ख़तम हो गया हो हर चेहरा हमें टिकट मास्टर का ही लगता है। ऐसे समय में आप यहाँ पता लगा सकते हे की आज कितने रुपये का जुर्माना भरना पड़ेगा।
३.पिकनिक
छुट्टी आयी नहीं की दोस्तों और घर के सदस्यों की फरमाइश शुरु हो जाती है पिकनिक जाना है। पिकनिक का आयोजन करना भी बहोत मुश्किल काम है क्योंकि कहा जाना है, कैसे जाना है, कितनी सुविधा वहाँ पर है, और स्थान कितना दूर है इत्यादि सभी जानकारी हो तो आयोजन थोड़ा आसान हो जाता है। पिकनिक का आयोजन यादगार बनाना चाहते हो तो यहाँ पर दी गयी सभी जानकारी को अच्छे से पढ़े। यहाँ बहोत सारे स्थान की जानकारी दी गयी है कोई न कोई स्थान आपको ज़रुर पसंद आ जायेगा।
४.लोकप्रियस्थान, ५. नाटक, ६. प्रदर्शन, ७. संपत्ति, ८. नक्शा, ९. फेरी, १०. पोलीसस्टेशनलोकेटर
११. नौकरी, १२. ख़रीददारी, १३. खानापीना, १४. होटल
इस ऐप का नाम एक है पर हमे लाभ अनेक है।सभी ऐप के अपने अपने फायदे है। पर “एम-इंडिकेटर” एक ऐप है जो मुझे लगता है सभी मोबाइल में होना चाहिए।
आज कल साइबर क्राइम बढ़ते ही जा रहा है। तकनीकी सुविधा का लाभ जितना हम नहीं ले पाते उससे कई ज्यादा उसका इस्तेमाल चोरी और दगाबाजी के लिए किया जाता है। जब तक हमे पता चलता है की हमारे साथ धोखा हुआ है तब तक बहोत देर हो चुकी होती है। पहले हम जब तक OTP या CVV नंबर न दे हमारा नुक्सान नहीं होता था। अब तो ऐसा हो गया है SMS में आए हुए किसी लिंक पर टच करो तो मोबाइल की सारी जानकारी उन्हें मिल जाती है और हमे पता भी नहीं चलता। जो भी ऐप अच्छा लगे उसे इस्तेमाल करे बस थोड़ी सी सावधानी रखे। जयहिन्द
नाम : नरेंद्र राजपूत, मुंबई