Tag: प्रेम
तुमसे बिछड़के
तुमसे बिछड़के कितना ना-काबिल हो गया हूं,
मुझ से मुझही को बेहिस करके
क्या हासिल कर...
मैं राम पर लिखूं
मैं राम पर लिखूं...📜🖊🥰🌷.....
मैं राम पर लिखूं इतना मुझमें सामर्थ्य कहां?
सृजनहार का किस प्रकार...