औरत…..

By Bhumika Joshi

0
801
Rate this post

सभी कहते हैं ईश्वर ने औरत को काफी फुर्सत से बनाया है, एक औरत हर किसी की जिंदगी में खुशी के रंग भरना जानती है पर उसकी खुशी का कोई ध्यान ही नहीं। भारत में एक औरत को देवी का रूप माना जाता है और औरतों के लिए भक्ति भावना नवरात्रों के समय दिखाई पड़ती है इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि तुम पूरे साल औरत की इज्जत करो या ना करो। औरतें चांद तक पहुंच गई है बड़े-बड़े हेलीकॉप्टर जहाज को चलाना जानती हैं पर इससे क्या फ़ायदा जब तुमने रात के 7:00 बजे के बाद उसको बाहर निकलने ही नहीं देना। और अगर भेज भी दिया  तो  अकेले तो कभी कोई नहीं भेजता कोई ना कोई उसके साथ जाता ही जाता है । आज तक औरत का असली घर कहां है वही पता नहीं चला जब लड़की अपने माता-पिता के घर होती है तब उसको बोलते हैं तुझे तो बड़े होकर अपने असली घर मतलब ससुराल जाना है लड़की तो पराया धन होती है इसके ऊपर पैसा खर्च करने से कुछ नहीं होता। और जब उस लड़की की शादी हो जाती है तब उसकी सास उसको यह जताती है कि तू इस घर की बहू है और यह तेरा सिर्फ ससुराल है ,आप ही बताएं वह लड़की अपना घर किसे बताएगी। कुछ लड़कियां सोचती है पढ़ने लिखने से यह सब खत्म हो जाएगा इसलिए लड़कियों को पढ़ाना चाहिए यह बात बिल्कुल सही है पर लड़कियों को हर कोई थोड़ी पढ़ना चाहता है आज भी ऐसे ऐसे गांव मिल जाएंगे जहां लड़के को पढ़ाना अच्छा काम और लड़की को पढ़ाना पैसों की बर्बादी समझी जाती है।

आज भी हमारे देश में ऐसी औरतें हैं जो अपने पति से ससुराल वालों से डरती हैं और अगर पति‌ ने हाथ उठा दिया ससुराल वाले हाथ उठा दिया फिर भी वह चुप रहती है एक औरत इसको अपना धर्म समझती है पता नहीं क्यों? हमारे देश में ऐसे गिनती के स्कूलों है जहां पीरियड्स को लेकर लड़का लड़की को साथ में बैठकर काउंसिल किया जाता है ।

हम कहने को तो कुछ भी कह सकते हैं पर इस सच्चाई से मुंह कैसे मोड़ सकते है यह भी सच है कि कुछ औरतें अपनी जिंदगी में काफी सफल है पर इसके सामने यह बात है कि वह औरतें सिर्फ गिनी चुनी है ज्यादातर औरतों की हालात ऐसे ही है। जब कोई औरत किसी आदमी के पद से ऊपर होती है ज्यादातर आदमियों की मानसिकता यही होती है कि यह तो औरत है ये‌  क्या कर लेगी। जो लोग यह सोचते हैं कि औरतें कमजोर होती है असल में औरतें कमजोर होती नहीं है बस उन्हें बचपन से ही एक कमज़ोर और ताकतवर में फर्क बता दिया जाता है। मैं ये संदेश नहीं देना चाहती कि सारे आदमी ऐसे ही होते हैं औरत की इज्जत नहीं करते उन्हें खिलौना समझते ऐसा बिल्कुल नहीं है बल्कि एक औरत को समझाना चाहती हूं कि वह अपने आप को कमज़ोर समझना छोड़ दे….

By Bhumika Joshi

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here