मेरे कान्हा वृंदावन में रहना…….
कभी-कभी राधा से मिलने बरसाने आ जाना
राधा तुम बिन रह ना पाये जानो ना तुम जाना
मेरे कान्हा वृंदावन में रहना…….
कभी-कभी राधा को अपने दिल का हाल बताना
कुछ सुनना राधा के दिल की कुछ अपनी कह जाना
मेरे कान्हा वृंदावन में रहना…….
कभी कभी कुछ ऐसा कहना राधा को वह पसंद आए
कुछ ना कहकर वो कह देना जो कोई कह ना पाए
मेरे कान्हा वृंदावन में रहना…….
कभी कभी कुछ ऐसा करना राधा के मन को भाए
करना कुछ राधा संग ऐसा तन, मन में तुम समाए तुम ही
मेरे कान्हा वृंदावन में रहना…….
कोई बात कभी राधा से तुम कभी ना छुपाना
अपने मन की हर बात को राधा को कह जाना
मेरे कान्हा वृंदावन में रहना…….
अंत में बस इतना ही कहना प्रेम हमेशा करना
ना कम हो यह प्रेम कभी भी कुछ ऐसा कर जाना
मेरे कान्हा वृंदावन में रहना…….
By Divyanshi Triguna, Amroha