भारत जैसे महान देश की गोद में जन्म लेकर मेरा जीवन सोभागयपूर्ण हो गया है । विश्व में भारत का अलौकिक एवं अनुपम प्राकर्तिक सौंदर्य अवर्णीय है ।भारत के उत्तर में शीश पर सुशोभित है विशाल हिमालय पर्वत जिससे जन्म लेती है कल कल करती नदियाँ गंगा, यमुना, ब्रमपुत्रा आदि जिनका दूध रूपी नीर मातर्भूमि की छाती को सींचता है । दक्षिण में मातर्भूमि भारत के चरणस्पर्श करते है अरब महासागर ,बंगाल की खाड़ी और संसार का पांचवा विशाल हिन्द महासागर जो वार्षिक मानसून लेकर आते हैं और हमारे देश की भूमि को सरोबार करते हैं अपनी बहुमुल्ये वर्षा से । प्राचीनकाल में ऋषि मुनियों ने भारत के उत्तर को स्वर्ग और दक्षिण को पाताल का दर्जा दिलाया है।
यहाँ की मातर्भूमि जननी है अनमोल और ऐतिहासिक नैतिक मूल्यों की,आधुनिक विज्ञानं की और अमूल्य ज्ञानं की जिसने भारत को सर्वश्रेष्ट्र बना है ।भारत की कोख से जन्म लिया है वीर सपूतों ने और साहसी वीरांगनाओ ने जैसे वीर शिवजी, महान राणा प्रताप, क्रन्तिकारी वीर सावरकर , साहसी रानी लष्मी बाई आदि जिन्होंने अपने प्राण न्यौछावर करके देश की रक्षा की उन नापाक विदेशी लूटेरो से जो भारत को गुलामी की बेड़ियों में जकड़ना चाहते थे । हमारे देश में जन्म लिया है महान ऋषि और ज्ञानियों ने जैसे ऋषि वेद वियास और ऋषि वील्मीकी जिन्होंने आदिग्रन्थ महाभारत और रामायण लिखे है जो इस विश्व की सर्वोत्तम कृतियाँ है । भारत भूमि माता है महान विज्ञानिको की जैसे आर्यभट और कौटलिये जिन्होंने शून्ये का अविष्कार किया और अर्थशास्त्र लिखकर संसार को नई दिशा दिखाही ।
भारत में छः तरह की ऋतुओं होने के कारण यहाँ पर उगते हैं नाना प्रकार के अनाज, धान, फल ,फूल, पेड़ आदि । कश्मीर का सेब ,पंजाब का गेंहू, हरयाणा का दूध ,उत्तर प्रदेश का गन्ना सबकी वाणियों में और दिलो में मिठास घोलता हैं । असम,ऊटी और कुनूर की चाय, लखनऊ का दसहरी,महाराष्ट्र का हाफ़ूस, बिहार की लीची ,दक्षिण भारत का नारियल, काजू ,केला और बहुमुल्ये मसाले जैसे काली मिर्च ,दालचीनी ,इलाइची ,लौंग आदि विश्व भर में प्रसिद्व और निर्यात होते हैं और भारत को विदेशी मुद्रा अर्जित करने में मदद करते हैं । हमारे देश की शोभा बढ़ाते हैं अनगिनत उपयोगी और कीमती पेड़ और पौधे जैसे तुलसी, नीम, पीपल ,बड़, चिन्नार , चन्दन आदि ।इन पेड़ो का चिकित्सा प्रणाली में भी बहुत बड़ा योगदान है।
भारत के मध्ये राज्ये जैसे बिहार ,ओडिसा , मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ ,झारखण्ड ,राजस्थान में खनिज पदार्थो का भंडार सरोबार है जैसे लोहा ,मैगनीज, कोयला, माइका आदि । यहाँ पर बड़े बड़े उद्योगपतियों ने विशाल कारख़ाने लगा कर लाखों लोगों को रोजगार दिया है ताकि वे अपनी रोजी रोटी कमाकर अपना और अपने परिवार का भरण पोषण कर सकें और पढ़ा लिखाकर अपने बच्चो का भविष्ये उज्वल बना सकें । हमारे काबिल वैज्ञानिकों ने तेल और गैस का भंडार ढूंढ कर भारत को परिपूर्ण कर दिया है ।
भारत धरती है उत्सवों और पर्वो की जो मातर्भूमि को मुस्कुराट,रौनक और साजसज्जा का श्रृंगार कर समस्त देशवासियों को प्रेमभाव व् भाईचारे में जोड़ता हुआ, मातृभूमि को असीम आदर प्रदान करता है। मकरसंक्रांति, पोंगल, ओणम , होली, बैसाखी,ईद ,गणेश चतुर्थी ,दुर्गापूजा, दिवाली ,क्रिसमस आदि यह सभी जाती के धर्मो के बीच एकता का परिचय देता है । अलग अलग वर्ण के लोग मातृभूमि की गोद से जन्म लेकर अपनी कर्मभूमि का फ़र्ज़ निभाते है और भारत देश को समस्त विश्व के सामने आदर और मान का सर्वश्रेस्ट उदहारण प्रस्तुत करते है। सिर्फ भारत में हिंदी,उर्दू ,अंग्रेजी और सौ से भी अधिक भाषाओं का प्रयोग लिख़ने,पढ़ने और बोलने में किया जाता है जो विश्व में एक अनोखी बात है ।
भारत में जन्मे अलग अलग क्षेत्र से कलाकार, सगीतकार ,लेखक ,गायक ,खिलाडी,बावर्ची, फैशन विशेष्यग ने विश्व भर में अपने सुकर्मो का डंका बजा दिया है । जहाँ अमिताभ बचन ,हेमा मालिनी,दिलीप कुमार का अभिनय सहारनिये है, वही पर गायकी में लता मंगेश्कर ,संगीत में ए.र.रेहमान और तबला वादन में जाकिर हुसैन का कोई सानी नहीं है । खेल जगत से सचिन तेंदुलकर ,ध्यानचंद ,विश्वनाथ आनंद महान कीर्तिमान स्थापित कर भारत देश को गर्व से नवाजा है ।
लेखन क्षेत्र में अंधुरति राय ने बुकर प्रुस्कार जीतकर और वी.एस.नौपियल और अमर्तया सेन ने नोबल प्रुस्कार जीत कर अपने नाम का परचम पुरे विश्व में लहरा दिया है ।भारत के पश्चिम का कपास और दक्षिण का उत्तम रेशम फैशन परिधानों के शान बढ़ाते है। नीता लूला, मसाबा, मनीष मल्होत्रा, रोहित बल ने अपने नए नए प्रयोगो से कांजीवरम साड़ी ,घागरा चोली ,सलवार सूट,अचकन सूट ,शेरवानी को विष्वस्तर पर अविश्वसनीय प्रसिद्धि दिलाई है और साथ ही भारत का गौरव बढ़ाया है ।
आज भारत के पास वैज्ञानिकों की और विशेषज्ञो की सबसे बड़ी फ़ौज मौजूद है जो अपनी मेहनत और बुद्धिमानी से कुशलता का और कड़े परिश्रम का सिक्का जमा चुकी है । भारत के पूर्व राष्ट्रपति और वैज्ञानिक डॉ.ए.पी.जे .अब्दुल कलम सर्वोत्तम शास्त्र और अस्त्र जैसे ब्रंमोस,आकाश ,नाग जैसी मिसाइल बनाकर भारत को सुरक्षा प्रदान की है ।
हे भारत भूमि आप सुभाषिनी है ,सुंदरता और धीरज की देवी है ,सुकर्मो की जीती जगती जग जननी है । में आपका वंदन करती हूँ और आपसे विनती करती हूँ की आप मुझे हर जन्म में अपने गर्भ से जन्म देकर कर्तज्ञ करे ।
नीलू गुप्ता