December 5, 2025

'मन ओ मौसुमी'

''मन ओ मौसुमी', यह हमारे जीवन को बेहतर बनाने के लिए, भावनाओं को व्यक्त करने और अनुभव करने का एक मंच है। जहाँ तक यह, अन्य भावनाओं को नुकसान नहीं पहुँचा रहा है, इस मंच में योगदान देने के लिए सभी का स्वागत है। आइए "शब्द" साझा करके दुनिया को रहने के लिए बेहतर स्थान बनाएं।हम उन सभी का स्वागत करते हैं जो लिखना, पढ़ना पसंद करते हैं। हमें सम्पर्क करें monomousumi@gmail.com या कॉल / व्हाट्सएप करे 9869807603 पे
एक बार पूछा राजू ने अपने दादाजी से,की राजनेता कैसे होने चाहिए,और क्या होगा हमारे देश का...
हम सब हिन्दुस्तानी हैं, हिंदी हमारी मातृभाषा। इन्द्रधुनष सी रंग बिखेरे, मोर पंख सी सुंदर भाषा। सरल...
प्रस्तुत कविता माँ से संबंधित है । इस कविता में एक शिशु (भ्रूण)जो कि गर्भ में पल...
मेरी औकात नहीं तुम्हें पाने की ! हैसियत नहीं हथियाने की ! शायद मेरी अंतरात्मा तुम्हें पुकारती...
डायनासोर द सुपर पावर! एलियन द सुपर पावर! ह्यूमन द सुपर पावर!  हमें अक्सर सुनने को मिलता...