स्मार्ट फोन ,कंप्यूटर भरी दुनिया मे वीज्ञानसे भरे इस दुनिया में आज भी कई ऎसी चीजे है जिन का कोई साईटीफिक एक्सपीनेशन नही है, उनमें से एक है बरमूडा ट्राएंगल, यह क्षेत्र एक ऐसा रहस्य है जिसके बारे में अनेक अनुमान लगाये जाते है.
बरमूडा ट्राएंगल दुनिया के उन अनसुलझे रहस्यों मे से एक है, जहा जभी कोई बड़े से बड़ा समुद्री और हवाई जहाज उसके नजदीक या उपरसे गुजरा है वो वापस नही लैटा , वो जहाज कहा गया और उनमें सवार यात्री का क्या हुवा उसका अभी तक कोई सुराग नहीं मिला.
बरमूडा ट्राएंगल यानी त्रिकोण है, यह अटलांटिक महासागर में अमेरिका के दक्षिण मे स्थित है, बरमूडा ट्राएंगल के तीन बिंदु बरमूडा दीप , अमेरिका के फ्लोरिडा राज्य का मियामी शहर ,प्यूटॉरीका राज्य का साजजूआन टापू है! बरमूडा ट्राएंगल का क्षेत्रफल 7 लाख पर किलो मीटर है
हर साल यहां से जहाज गायब होते, वो जहाज कहा जाते है कुछ पता नहीं चलता.
वर्ष 1945 में अमेरिका सेना के हवाई जहाज लापता होने की दुर्घटना को छोड़ दिया जाये तो बाकी सभी दुर्घटना का संतोषजनक स्पस्टीकरण उपलब्ध है, इसी घटना से बरमूडा ट्राएंगल के रहस्य की शुरूवात हुए.
बरमूडा ट्राएंगल के रहस्य के बारे में कई अनुमान लगाए गए, जैसे जब बरमूडा ट्राएंगल पर अजीब से बादल बनते हैं, इन बादलों को हेक्सागोनल क्लाउड्स कहा जाता है, इस बादलों में हवा में विस्फोट के बराबर शक्ति होती है,170 मिल घंटे की रफ्तार वाली हवाए भी होती है. बादल और हवाएं मिलकर खतरनाक चक्रवात लाते हैं, ये चक्रवात पानी या हवा के जहाजों से टकराता है और जहाज चक्रवात में कई खो जाता है , इस लिए भारी भरकम जहाज भी गायब हो जाता है.
बरमूडा ट्राएंगल रहस्य का घर है, तिलिस्मका जाल है, आधुनिक वीज्ञान भी बरमूडा ट्राएंगल के इस रहस्य का पता नहीं लगा पाए हैं, यहां ऐसी कोनसी शक्ति है जो जहाज को लील जाती है!
1881 में एलिन ऑस्टिन नाम का जहाज यहां आकर गायब हो गया, जहाज बरमूडा ट्राएंगल के पास रास्ते में कही खो गया, जब जहाज मिला तो जहाज पर सवार किसी भी व्यक्ति का कुछ पता नहीं चला. 1945 में लापता हुए पाच हवाई जहाज़ों का कोई भी पता नहीं चला,1947 में सेना का सी-45 सुपरफोर्ट जहाज भी लापता हैं,1948 में लापता जहाज ट्यूडोर का भी पता नहीं चला,1952ब्रिटिश जहाज का कोई पता नहीं चला,1962में अमेरिका केबी-50 टैंकर प्लेन भी लापता हैं,1972 में लापता हूवा जर्मनी के जहाज का भी पता नहीं चला ,1997 में भि जर्मनी का विमान रहस्यमी रतिकेसे खो गया .
1925 में अमेरिकी एसएस कोटोपेक्सी जहाज बरमूडा ट्राएंगल से गायब हुआ था,32 मुसाफिर जहाज से जिंदा बाहर आये थे, जहाज कहा गया उनको कुछ पता नहीं, उस वक्त जहाज को बहुत खोजा पर कोई पता नहीं चला, पर 100 साल बाद वह जहाज वापस आया एक मलबेके रूप में ये मलबा फ्लोरिडा के सेंट ऑगस्टाइन के समुद्र में पाया गया.
100 साल पहले खोया हूवा जहाज वापस आया, खोए हुए इस जहाज ने बता दिया कि समुद्र अपने गर्भ में कुछ नहीं रखता वो बाहर उगल ही देता है. एसएस कोटोपेक्सी का फ्लोरिडा शहर से करीब समुद्र के हिसें में मिलना हैरान करने वाला है, क्यूकी ऎसे कई जहाज है जो बरमूडा ट्राएंगल से गायब हुए और उनका कुछ पता नहीं चला.
इस जहाज ने वापस आकर बताया है कि लापता जहाज ,उसमे सवार इंसान को जल समाधि इस विशालकाय समुद्र में हैं! तलाश के लिए सालो लग जाएंगे , ऎसा भी हो समुद्र खुद अनपे रहस्य के जाल से आजाद कर देगा.
अमेरिकी कोटोपेक्सी जहाज तो वापस आ गया पर समुद्र के गब्रगाह में बहुत कुछ हैं जिसका पता चलना बाकी हैं, ये जहाज वापस आनेसे अमीद परवान चढ़ रहिर हैं, उम्मीद उन जहाज के साथ खो गए यात्री के वापस आने की नहीं बल्कि जिन्हें समुद्र ने निगल लिया था उनके वापस आने की है!
बरमूडा ट्राएंगल में जहाज़ों के गायब होने के कई शोध अध्ययन हुए लेकिन कुछ पता नहीं चला. शुरुवाती शोध से ,इस क्षेत्र में विशेष प्रकार का कोहरा छाया रहता है, जिसमें जहाज भटक जाते हैं; दूसरा कारण इस क्षेत्र में मीथेन गैस से पानी का घनत्व कम होता है और जहाज धीरे – धीरे पानी में समाधि लेता है, अफवाहें तो यह भी है इस क्षेत्र में एलियन्स का रीसर्च सेंटर है , और एलियन्स को बाहरी दुनिया के लोग पसंद नही, इसलिए वो येसी घटना को अंजाम देते हैं!
बरमूडा ट्राएंगल का क्या रहस्य है , कैसे जहाज उसमेसे यात्री गायब हो जाते हैं कई अनुमान लगाए गये लेकिन कुछ भी पता नहीं चला, बरमूडा ट्राएंगल अभी तक एक रहस्य ही है.
By Utkarsha Gautam Ingole, Aurangabad,Maharashtra