आज अलमारी साफ करते हुए नानी की मां को लिखी हुई चिट्ठी मेरे हाथ लगी। मै उसे पड़ने लगा। पढ़ते पढ़ते कुछ अलग सा मेहसूस हुआ मानो में ही नानी से बात कर रहा हूं। उनकी उस चिट्ठी में उनके सुगंध,उनके स्पर्श का एहसास था।पर आज इन चिट्ठियों को मोबाइल ने प्रतिस्थापित कर दिया है। आज चिट्ठी लिखकर महीने बाद उनके जवाब आने का इंतजार नहीं करना पड़ता। आज सोशल मीडिया की वजह से काम आसान बन गए है, जो पहले नामुमकिन था सोशल मीडिया के वजह से वह सब आसान सा हो गया है।आप दुनिया के कोई भी कोने में बैठ कर कही भी किसी से भी कभी भी बात कर सकते है। कही पर बैठ कोई भी जानकारी प्राप्त कर सकते है। आज वो जमाना नहीं है जब बच्चो को पड़ने के लिए विद्यालय जाना पड़ता था। आज बच्चे और शिक्षक अपने अपने घरों के आराम में विद्या का आदान – प्रदान कर सकते है विडियो कॉ्फ्रेंसिंग की मदद से।आज शायद ही ऐसा कोई भी व्यक्ति होगा जो गूगल का प्रयोग दिन में एक भी बार ना करता होगा। यह वेबसाइट सही मायनों में ज्ञान का भंडार होता है। सोशल मीडिया के द्वारा लोग अपनी कला का सीधा प्रसारण कर सकते है। आज इंसान वॉट्सएप, फेसबुक, टेलीग्राम, स्नैपचैट, जैसे ऐप्स की वजह से अकेले होने पर भी अपना मनोरंजन कर पता है। कई सारे ऐप्स ऐसे भी है, जहा लोग अपने जीवन साथी को चुन सकते है। सोशल मीडिया के झरीए हम अपने प्रिय व्यक्ति के हमेशा आस-पास रह सकते है। सोशल मीडिया बड़े – बड़े कलाकारों और उनके प्रशंसकों के बीच एक बहुत मजबूत रिश्ता बना देती है। सोशल मीडिया का उपयोग कर के कोई भी अपनी पहचान बना सकता है। अपनी कला से लोगों के दिलों पर अपनी छाप छोड़ सकते है। सोशल मीडिया मनोरंजन, ज्ञान और रोजगार के कई सारे विकल्प बना दिए है। आज सोशल मीडिया पर ऐसे कई सारे विकल्प उपलब्ध जहां बच्चे ऑनलाईन ही किसी भी विषय में पढ़ सकते है। सोशल मीडिया बेसिक लेकर प्रोग्रामिंग तक में किसी भी इंसान को माहिर बना सकता है। युवा सोशल मीडिया का इस्तेमाल किसी भी मुद्दे को उठाने के लिए कर सकते है । यह लोगो मै जागरूकता और लोगों में संवेदनशीलता जगाता है। आज ट्विटर पर कई सारे अपराधी पकड़े जा सकते है।परंतु उसी सोशल मीडिया ने लोगों को दूसरों से तुलना करना सीखा दिया है। वो यह समझने में असमर्थ रहते है की सभी सिर्फ अपनी ज़िदंगी के अच्छी यादों को ही सभी के सामने प्रस्तुत करना चाहते है। सोशल मीडिया पर ज़्यादा लाइक पाने के लिए हद पर कर,प्लास्टिक सर्जरी से भी कतराते नहीं है। सोशल मीडिया के कारण इंसान एक अनचाहे दबाव के नीचे, एक नकली दुनिया में जी रहे है।सोशल मीडिया ने दूर बैठे लोगों को तो पास कर दिया, पर एक ही घर में रहने वाले लोगों के बीच दूरी बढ़ा दी है। आज हर घर में सभी लोग अपना फोन लेकर पूरा – पूरा दिन एक ही कमरे में पड़े रहते है। नए लोगों से मिलना, दोस्ती करना अच्छा है, पर इसके के लिए अपने ही परिवार से दूर हो जाना सही नहीं है।आज हमारी दुनिया हमारे फोन तक ही सीमित रह गई है। आज इंसान को खुद के गिरने से ज़्यादा उसके फोन के गिरने का डर सताता है।अब वो जमाना नहीं रहा जहां लोग साथ गप्पे लगाते थे। आज सभी चैटिंग का शिकार बन चुके है। फोन और सोशल मीडिया कभी भी किसी की कमी को पूरा नहीं कर सकता है।सोशल मीडिया के दो पहलू होते है एक अच्छी और दूसरी भुरी।अच्छी यह की वो हमें लोग से जोड़े रखता है,दुनिया के किसी भी कोने में बैठ कर कोनसी भी जानकारी प्राप्त कर सकते है। इतना ही नहीं बल्कि किसी भी बेरोजगरों को सबसे अच्छा कमाने का जरिया है और अब सोशल मीडिया के वजह से हमें अपना जीवन साथी भी चुना बहुत आसान होगया है।गरीब हो या अमीर दोनों वर्ग के बच्चो को इस सोशल मीडिया ने सीखने का समान अवसर दिया हैइसके कारण जो गरीब बच्चे है वो भी ज्ञान प्रताप कर सकते है। सोशल मीडिया को जरिए हम कभी भी कोई भी मुद्दा उठा सकते,और हम घर बैठे ही किसी भी विज्ञापन या घटना की जानकारी प्रतापी कर सकते है।यह है सोशल मीडिया की कुछ अच्छी बाते इसके कुछ दुषपरिणाम परिणाम भी है। जैसे कि ये हमें घर मै होने के बाद भी अपने परिवार से दूर रखता है।सोशल मीडिया के वजह से लोगों की सोचने की इच्छा शक्ति ख़त्म हो चुकी है, इससे हमारी दुनिया सीमित होगाई है।सोशल मीडिया एक मया जल के समान है । जो इसमें फस गया उसका बाहर निकालना बहुत मुश्किल है। हर व्यक्ति को सोशल मीडिया का सीमित उपयोग करना सीखना होगा। हर सिक्के के दो पहलू होते है अच्छे और बुरे। यह हमारे हाथो में है कि हम किसी भी चीज का कैसा उपयोग करते है और उससे कितना लाभ उठाते हैl
लेखक: गौरव मंगलाप्रसाद प्रजापति