क्यों है हम निर्दय इतने ?
कैसे बन गए हम इतने निर्लज्ज ?
लेते है जान बेजुबान पशु पक्षियों की,
कैसे बनता है हमसे ऐसा काम ?
देवी है जो गाय हमरी,
पूजनीय है हमको ,
लेते है दूध जिनका ,
माता है जो हमारी ,
जब नहीं रहते वो दुधारू गाय ,
मार देते है हम उसको ? क्यों ?
क्यों है हम निर्दय इतने
कैसा है ये संसार हमारा
क्या ये है संस्कृति हमारी ?
जिसमे है निवास देवो का मार देते हम उसीको ?
इतने लालची हम है कैसे ? और क्यों ?
माफ़ी मांगू सभी की तरफ से ईश्वर तुमसे इस निर्दयता के लिए
न मारो किसी भी पशु को
दिल से करती विनती आपसे
विनती करू यही मे आपसे .
By Vaishnavi