कामयाबी की राह

By मानया मुंजाल

0
2828
Rate this post

तलब होनी चाहिए कामयाबी की, नही तो ख्वाईशो की इमारत ढह जाती है, 

वह जुनून होना चाहिए जीत का, नही तो सपनो में तो पूरी दुनिया इठलाती है I

मस्तिष्क से लेकर हृदय तक, लक्ष्य को हासिल करने की क्षमता एक रखो तुम,

नही तो तुमसे अपना कार्य सिद्धः, यह बनावटी ही करवाती है I

प्रयत्न के बगैर, लम्हे गुजर है जाते, फिर वह तुम्हारी राह ना देखेंगे,

परिथितियों का आगमन कुछ यू होगा, की वह तुम्हे तुमसे ही दूर धकेलेंगे I

दुनियावाले, एक बात कहेंगे, एक बात सुनेंगे, हसी ठिठोल में दिन गुज़रेंगे,

परन्तु, तुम्हारी विजय के पश्चात, यह सारे कप्ती तुम्हारे आगे अपनी तस्वीर सुधारेंगे I 

सींच दो, अपने उद्देश्य को मन की कोमल क्यारी में,

चुपचाप मेहनत कर बंधु, मचाने दे अपनी कामयाबी को शोर फिर इस दुनिया
सारी में I 

तोड़कर सारी ज़ंजीरें, हौंसले बुलन्द अपने कर तू,

छीन के किस्मत से कामयाबी, पूरे विश्व का परचम बन, उभर तू I 

मुँह तोड़ दे जवाब हर उस तेरे ठिठोल पर,

दुनिया का मुँह खुला का खुला छोड़, उठ खड़ा हो अपनी हर चोट पर I 

परन्तु, इस दृश्य के लिए

तलब होनी चाहिए कामयाबी की, नही तो ख्वाईशो की इमारत ढह जाती है, 

जज़्बा, जुनून और लगन : याद रख दुनिया इन्हीं के दम पर जीती जाती है I 

गाँठ बांठने की है बात एक, क से कोयला, क से कुंदन बन जाता है,

क्षण ही लगते वक़्त की वेग बदलने में, जाने कब एक रंक, राजा बन जाता है I 

मानया मुंजाल

SOURCEमानया मुंजाल
Previous articleदहेज
Next articleगांधी
Avatar
''मन ओ मौसुमी', यह हमारे जीवन को बेहतर बनाने के लिए, भावनाओं को व्यक्त करने और अनुभव करने का एक मंच है। जहाँ तक यह, अन्य भावनाओं को नुकसान नहीं पहुँचा रहा है, इस मंच में योगदान देने के लिए सभी का स्वागत है। आइए "शब्द" साझा करके दुनिया को रहने के लिए बेहतर स्थान बनाएं।हम उन सभी का स्वागत करते हैं जो लिखना, पढ़ना पसंद करते हैं। हमें सम्पर्क करें monomousumi@gmail.com या कॉल / व्हाट्सएप करे 9869807603 पे

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here